उस सुबह बॉम्बे में बारिश हो रही थी। 11 साल की एक लड़की ने अपनी कुछ क्सामेट्स के साथ स्कूल बंक किया और राजेश खन्ना की लेटेस्ट रिलीज़ हुई फिल्म देखने पहुंच गई। लड़की वो फिल्म दो दफा पहले भी देख चुकी थी। उसे फिल्म के कई डायलॉग्स याद हो चुके थे। लेकिन राजेश खन्ना के प्रति उसकी लड़की की दीवानगी का आलम ये था कि जब उसकी सहेलियों ने क्लास बंक करके फिल्म देखने जाने की बात कही तो वो फौरन तैयार हो गई। होती भी क्यों ना। बाकि सब लड़कियों की तरह वो भी तो राजेश खन्ना की बहुत बड़ी फैन थी। या शायद और सें ज़्यादा बड़ी फैन थी।
उधर फिल्म खत्म हुई और इधर बारिश भी रुक गई। वो लड़की अभी भी राजेश खन्ना के ख्यालों में खोयी हुई थी। वो लड़की उनके बंगले आशीर्वाद की तरफ चल दी। लड़की जब आशीर्वाद पहुंची तो उसने गार्ड से कहा कि मैं राजेश खन्ना की बहुत बड़ी फैन हूं। उनसे मिलना चाहती हूं। गार्ड उस लड़की को देखकर मुस्कुराया। वो रोज़ ऐसे जाने कितने ही लोगों को देखता था जो खुद को राजेश खन्ना का बहुत बड़ा फैन बताकर उनसे मिलने की गुजारिश करते थे। कई तो घंटों तक उनके बंगले के सामने खड़े रहते थे। गार्ड ने उस लड़की से कहा,"साहब अभी घर पर नहीं हैं। पता नहीं कब तक आएंगे।"
लड़की ज़िद्दी थी। वहां से जाने कि बजाय वो गेट के साइड में खड़ी हो गई। कुछ मिनटों बाद एक सफेद कार आई और बंगले के अंदर चली गई। चूंकि बारिश की वजह से सड़क किनारे कीचड़ भऱा पानी जमा था तो गाड़ी के टायर से उछलकर पानी की कुछ बूंदें लड़की के जूतों पर जा गिरी। अपने गंदे जूतों को देखकर लड़की की आंखों में आंसू आ गए। उसने गेट के अंदर झांका तो कार में से अंजू महेंद्रू उतरती दिखी। कार से निकल अंजू सीधा बंगले के अंदर चली गई। और लड़की भी आंखों में आंसू लिए अपने घर लौट गई। वो लड़की कोई और नहीं, वो थी डिंपल कपाड़िया।
कुछ साल बाद राज कपूर ने अपने बेटे ऋषि कपूर को फिल्म इंडस्ट्री में लॉन्च करने के लिए बॉबी फिल्म बनाने का ऐलान किया। बतौर हीरोइन उन्होंने चुन्नीलाल कपाड़िया नामक एक गुजराती बिजनेसमैन की बेटी डिंपल कपाड़िया को साइन किया था। तब तक डिंपल की उम्र 15 साल हो चुकी थी। डिंपल के पिता चुन्नीलाल कपाड़िया भी राजेश खन्ना के फैन थे। और चूंकि फिल्म इंडस्ट्री के लोगों से उनकी जान-पहचान थी तो वो अक्सर ज़िक्र किया करते थे कि उनकी बेटी डिंपल राजेश खन्ना की बहुत बड़ी फैन है। वो बात सच भी थी। डिंपल वाकई में राजेश खन्ना की फैन थी। एक ट्रू फैन।
बॉबी की शूटिंग के दौरान अफवाहें उड़नी शुरू हो गई कि डिंपल और ऋषि कपूर के बीच अफेयर चल रहा है। बातें होने लगी कि डिंपल और ऋषि एक-दूजे को लेकर बहुत सीरियस हैं। डिंपल ऋषि कपूर की दी हुई एक अंगूठी हमेशा पहने रखती हैं। और जल्द ही डिंपल कपाड़िया कपूर खानदान की बहू भी बनने वाली हैं।
1972 में चित्रलोक सिने सर्किल नामक एक गुजराती संस्था ने अहमदाबाद में एक प्रोग्राम रखा। उस प्रोग्राम में हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के कुछ कलाकारों को सम्मानित किया जाना था। राजेश खन्ना को भी इनवाइट किया गया। और उन्हें मुंबई से अहमदाबाद तक लाने के लिए एक चार्टर्ड प्लेन की व्यवस्था की गई। उस चार्टर्ड प्लेन में और भी कुछ फिल्मी हस्तियां थी। डिंपल कपाड़िया भी उसी प्लेन में मौजूद थी। डिंपल को भी उस प्रोग्राम में बुलाया गया था। जबकी उस समय तक उनकी फिल्म बॉबी पर काम चल ही रहा था।
एक इंटरव्यू में राजेश खन्ना ने कहा था,"मैं डिंपल को तब से जानता था जब वो छोटी बच्ची थी। उस वक्त मैंने कभी डिंपल को उस नज़र से नहीं देखा था। एक दिन एक पार्टी में मैंने एक लड़की को देखा। वो टीनएजर लड़की पार्टी में कुछ और लड़कियों के बीच में ही बैठी थी। जैसे ही उसने ने मेरी तरफ देखा मुझे लगा जैसे मेरे दिल में एक अलख सी जली। लगा जैसे पुराने सभी रिलेशन्स का दरवाज़ा एक झटके में बंद हो गए। कुछ देर बाद मुझे ध्यान आया कि ये तो वही लड़की है जिसे में इसके बचपन से जानता हूं।"
अहमदाबाद का वो प्रोग्राम खत्म होने के बाद जब सभी सितारे उसी चार्टर्ड प्लेन से वापस लौट रहे थे तब राजेश खन्ना ने देखा कि डिंपल के बराबर वाली सीट खाली पड़ी थी। राजेश खन्ना डिंपल के पास गए और बोले,"क्या मैं यहां बैठ सकता हूं?" डिंपल ने मुस्कुराकर कहा,"श्योर सर।" फिर तो हवा में कई हज़ार फीट ऊपर डिंपल कपाड़िया और राजेश खन्ना के बीच खूब बातें हुई। और उनके रिश्ते की नींव भी पड़ी। ये वो दौर भी था जब राजेश खन्ना और उनकी प्रेमिका अंजू महेंद्रू के बीच काफी अनबनें हो रही थी। फ्लाइट में राजेश खन्ना ने डिंपल कपाड़िया को अपने घर का नंबर दिया। और दोनों की बातें शुरू हो गई।
साथियों यहां से आगे की कहानी फिर कभी। हालांकि कई पाठक ये शिकायत करेंगे कि अधूरी कहानी पोस्ट करने का क्या मतलब। तो साहब, कहानी ज़रा लंभी है। और एक ही पोस्ट में पूरी कहानी लिखा जाना मुमकिन नहीं है। प्रयास किया भी तो लेख की लंभाई देखकर बहुत से पाठक उसे पढ़ना ही पसंद नहीं करेंगे। आज डिंपल जी का जन्मदिन है। 8 जून 1957 को डिंपल जी का जन्म हुआ था। डिंपल कपाड़िया जी को जन्मदिन की शुभकामनाएं।
नोट- उपरोक्त सभी जानकारियां लेखक यासिर उस्मान द्वारा लिखित राजेश खन्ना जी की बायोग्राफी राजेश खन्ना: दि अनटोल्ड स्टोरी ऑफ इंडियाज़ फर्स्ट सुपरस्टार से ली गई हैं। बहुत अच्छी किताब है। हालांकि अंग्रेजी में है। अगर आप अंग्रेजी में लिखी किताबें पढना पसंद करते हैं तो आपको ये किताब अवश्य पढ़नी चाहिए।