Dharmendra Film Chaitali

CHAITALI (1975) फ़िल्म के बनने की कहानी जब बिमल दा मझदार मे पूरे हो गए गुजर गए तो फ़िल्म कैसे कंप्लीट हुई.. #सोनी_सिंग_गिल 
सभी जानते हैं के बिमल दा से धर्मेंद्र की दोस्ती पहले दिन से ही थी और ऐसा भी कह सकते है के बिमल दा धर्मेंद्र को कुछ ज्यादा ही पसंद करते थे और धर्मेंद्र के लिए भी वो एक अच्छे दोस्त की तरह ही थे तो जब कई सालों बाद बिमल दा ने चैताली फ़िल्म बनाने की सोची तो सबसे पहले उन्होंने धर्मेंद्र को ही फ़िल्म में लिया और फ़िल्म की शूटिंग शुरू कर दी धर्मेंद्र के साथ इस फ़िल्म मे बतौर एक्ट्रेस बिमल दा ने शर्मिला टैगोर को कास्ट कर लिया लेकिन खुदा को कुछ और ही मंजूर थी फ़िल्म की शूटिंग शुरू होने के कुछ दिन बाद बिमल दा की मृत्यु हो गई और उनका सपना फ़िल्म बंद पड़ गई बिमल दा के इस दुनिया से जाते ही लोगो ने अपने असली रंग दिखाने शुरू कर दिए अभी उनकी आग भी ठंडी नही हुई थी लोग अपने बकाया पैसों का तकाजा करने लगे और बिमल दा की पत्नी से तकाजा करने लगे के जब तक उनके बकाया पैसे नही मिल जाते वो फ़िल्म की शूटिंग शुरू नही करेंगे.. कश्ती डूबते हुए देख शर्मिला टैगोर ने भी एक और शेद कर दिया और डिक्लेयर कर दिया के पैसों के बिना वो भी काम नहीं करेंगी.. जब सभी लोग पैसे मांगने के लिए बिमल दा की पत्नी से मिलने उनके घर आ रहे थे तो उन्ही हालातो मे धर्मेंद्र भी एक दिन बिमल दा के घर आये उनके हाथ मे एक बैग था.. बिमल दा की पत्नी देखते ही समझ गई के ये भी पैसे मांगने के लिए ही आया है लेकिन जब धर्मेंद्र उनके पास बैठे और बैठते ही उन्होंने बात करने से पहले वो बैग खोल दिया उसमे कई बड़े बड़े नोट थे.. बिमल दा की पत्नी उन नोटो को टका टक देखे जा रही थी धर्मेंद्र ने बिमल दा की पत्नी से कहा के मैं जानता हु के आप बिमल दा की अधूरी फ़िल्म को पूरा करना चाहती हैं, मुझ पर बिमल दा के बहुत एहसान हैं अगर वो न होते तो आज मैं भी इस मुकाम पर नहीं होता, इसलिए आप इस पैसे को रखिए और उनकी अधूरी फ़िल्म को पूरा कीजिए.. और ये सुनकर बिमल दा की पत्नी की आँखों मे आँसू आ गए और धर्मेंद्र को वही पर ये भी पता चला के शर्मिला फ़िल्म छोड़ चुकी हैं सिर्फ पैसों की वजह से.. तो धर्मेंद्र अगले ही पल सायरा बानों से मिलने के लिए चले गए और उन्हे उस फ़िल्म में बतौर हेरोइन कासट कर लिए.. अब बिमल दा तो रहे नही थे तो उस फ़िल्म का निर्देशन किया बिमल दा के ही सहायक जाने माने एडिटर ऋषिकेश मुखर्जी ने और इस तरह इस फ़िल्म के बनने की कहानी बनी और फ़िल्म जब स्क्रीन पर आई तो जबरदस्त तरीके से कामयाब रही.. 

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.