अमेरिका के एलिस होवे (Elias Howe) का जन्म 1819 में हुआ था और दुर्भाग्यवश, मात्र 48 वर्ष की आयु में ही दुनिया से अलविदा हो गए। लेकिन एलिस होवे ने अपने जीवन में दुनिया को कुछ ऐसा दिया जिसे दुनिया कभी नहीं भूलेगी, और वह चीज थी सिलाई मशीन जिसका आविष्कार एलिस ने 1846 में किया था और इस आविष्कार ने फैशन के दुनिया में एक नई क्रांति ला दी।
सिलाई मशीन के आविष्कारक एलिस होवे ने शुरू में जो सिलाई मशीन बनाई थी, उसमें सुई की जड़ में धागा डालने के लिए एक छेद था, ठीक वैसा ही जैसा हम रोजमर्रा की जिंदगी में हाथ से इस्तेमाल की जाने वाली सुई में देखते हैं। ऐलिस ने भी जब सिलाई मशीन बनाना शुरू किया तो उसने हजारों वर्षों से इस्तेमाल की जा रही उसी विधि को अपनाया और अपनी मशीन में सुई की जड़ में छेद किया। हालांकि, यह छेद जड़ में था, इसलिए मशीन ठीक से काम नहीं करती थी और मशीन केवल जूते ही सिल सकती थी, कपड़े सिलने के लिए मशीन अनुपयुक्त थी।
ऐलिस कपड़े सिलने वाली मशीन पर मजीद शोध किए, अंततः भाग्य ने साथ दिया, उसने धागे की सुई के सिरे पर एक छेद कर दिया और अब परिणाम कुछ और ही था। जो मशीन पहले सिर्फ जूते सिल रही थी क्योंकि उसमें छेद ऊपर था, अब जूते और कपड़े भी सिलने लगी क्योंकि उसमें छेद नीचे था।
इसहाक सिंगर ने होवे के डिजाइन को बेहतर बनाया, जिसमें फुट पेडल का उपयोग करके मशीन को चलाया गया .......
वास्तव में, यदि आप कड़ी मेहनत और प्रयास करेंगे तो प्रकृति आपको बाधाओं पर विजय पाने में मदद करेगी।