मैनावती देवी 'मैना' : जयंती प विशेष
जयंती - 1 मई 1940
पुण्यतिथि - 16 नवम्बर 2017
'गाई के गोबरे महादेव' जइसन संस्कार गीत के भोजपुरी के कुछ हिस्सा से निकाल के घरे-घर चहुंपावे वाली भोजपुरी के महान गायिका लोक गीतन के मैना, मैनावती देवी जी के जयंती प आखर परिवार बेर बेर नमन क रहल बा।
गायिका, साहित्यकार, आकाशवाणी आ दुरदर्शन प समान रुप से लमहर समय ले प्रस्तुति देबे वाली भोजपुरी के अदभुत, सुप्रसिद्ध गायिका मैनावती देवी के जनम 1 मई 1940 के सिवान के पचरुखी में भइल रहे । इहां के एम ए अर्थशास्त्र में कइनी, बीटीसी कइनी, संगीत प्रवीण गायन, संगीत प्रभाकर वादन ( तबला) में शिक्षा ग्रहण कइनी । दूरदर्शन आ आकाशवाणी के लोकगीत कलाकार रहनी ।
खाली गायन में ही ना साहित्य में भी इहां के अदभुत योगदान बा । गांव के गीत - भाग 1 / भाग 2 , भोजपुरी गीत संग्रह, श्री सरस्वती चलीसा , श्री चैत्रगुप्त चलीसा ( हिंदी) आ पपीहा-सेवाती जइसन संस्कारिक, भक्ति गीतन के संग्रह रुपी किताबिन के लिखनी ।
मैनावती देवी जी के गावल संस्कार गीत ' गाई के गोबरे महादेव' संस्थागत रुप से भोजपुरी के लगभग हर संस्था के स्वागत भा प्रारम्भिक स्वागत गीत के रुप में गवाला । अखिल भारतीय भोजपुरी साहित्य सम्मेलन से ले के भोजपुरी के लगभग हर नामचीन साहित्यिक सांगितिक संस्था से इहां के अंतिम समय ले जुड़ाव रहे । अनेकन गो संस्था आ मंच से इहां के अनेकन गो पुरस्कार आ सम्मान मिलल ।
16 नवम्बर 2017 के भोजपुरी लोकगीत के इ मैना एह लोक के छोड़ के परलोक चल गइनी ।
इहां के लिखल तीन गो किताब भोजपुरी साहित्यांगन प पढल जा सकेला -
1- पपीहा - सेवाती
2- गांव के गीत - भाग 1
3- गांव के गीत - भाग -2
( तीनो किताब के नाव आ मैनावती देवी जी के नाव के संगे गूगल करब त भोजपुरी साहित्यांगन प किताब मिल जाई। )
आखर परिवार, भोजपुरी के महान गायिका मैनावती देवी 'मैना' जी के जयंती प बेर बेर नमन क रहल बा ।